Home नवीनतम समाचार लंबी है यह रेखा तो सुखी रहेगा आपका जीवन

लंबी है यह रेखा तो सुखी रहेगा आपका जीवन

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हस्‍तरेखा विज्ञान में सूर्य रेखा को सर्वाधिक शुभ माना जाता है। जिस भी व्यक्ति के हाथ में अच्‍छी सूर्य रेखा होती है तो वह जीवन में बहुत मान-सम्‍मान और पैसा कमाता है। उसके जीवन में किसी तरह ही कोई कमी नहीं रहती। पं.शिवकुमार शर्मा के अनुसार अच्‍छी सूर्य रेखा का होना जीवन में बहुत सी स्‍थितियों को संकेत देता है। सूर्य रेखा व्‍यक्‍ति के जीवन में उन्‍नति और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। जानिए सूर्य रेखा आपके जीवन में क्‍या-क्‍या संकेत देती है।

  • यदि आपके हाथ में सूर्य रेखा बहुत लंबी है तो आपका जीवन सुखी और खुशहाल रहेगा।
  • अगर सूर्य रेखा भाग्य रेखा से अनामिका की ओर जाए तो व्‍यक्‍ति को जीवन में बहुत ही यश मिलता है।
  • यदि व्‍यक्‍ति के हाथ में सूर्य रेखा नहीं है तो उसे मुश्‍किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोगों जीवन में आर्थिक तंगी भी बनी रहती है।
  • सूर्य रेखा पर स्वास्तिक का निशान होना बहुत शुभ माना गया है। यदि सूर्य रेखा पर स्‍वास्‍तिक बना हुआ है तो उसके जीवन में सुखों की कमी नहीं होती।
  • सूर्य रेखा लंबी और साफ तो है, लेकिन इस पर अंडाकार चिन्ह बनया तो फिर यह शुभ नहीं रहती।
  • सूर्य रेखा को यदि कोई अन्य रेखा काटती हो तो सम्मान और पैसों में कमी आती है।
  • हस्‍तरेखा विज्ञान में तरंग जैसी सूर्य रेखा भी शुभ नहीं होती। इससे व्यक्ति का मन भटकता है और ऐसा व्यक्ति किसी एक जगह या बात पर स्‍थित नहीं रह पाता।
  • सूर्य रेखा पर गुणा जैसा निशान होने से व्‍यक्‍ति को पीड़ा प्राप्‍त होती है। यह मनोबल कमजोर होने का भी प्रतीक माना गया है।
  • यदि हाथ में दो समांतर सूर्य रेखाएं हों तो ये ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बहुत शुभ माना गया है। इससे जातक धन, मान-सम्‍मान और प्रसिद्धि प्राप्त करता है।
  • यदि सूर्य पर्वत से इस रेखा की एक शाखा मध्यमा की ओर तथा एक शाखा सबसे छोटी उंगली की ओर जाए तो ऐसे जातक दिमाग वाला होता है। ऐसे लोग बहुत अच्छे वक्ता होते हैं।
  • कई लोगों के हाथों में सूर्य रेखा नहीं होती। वे भी सफल हो सकते हैं लेकिन उन्हें अधिक परिश्रम करना होता है। इस स्थिति में उनका भाग्य अन्य रेखाओं के आधर पर देखा जा सकता है।

(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं तथा इन्हें अपनाने से अपेक्षित परिणाम मिलेगा। जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)