Home समाचार ग्रेट-समाचार संकट की इस घड़ी को अवसर में बदलकर नई बुलंदियों की ओर बढ़े-ICC कार्यक्रम में बोले PM मोदी

संकट की इस घड़ी को अवसर में बदलकर नई बुलंदियों की ओर बढ़े-ICC कार्यक्रम में बोले PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानि गुरुवार को इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स (ICC) के विशेष कार्यक्रम को संबोधित किए। प्रधानमंत्री आईसीसी के 95वां वार्षिक पूर्ण सत्र समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा ICC ने 1925 में अपने गठन के बाद से आज़ादी की लड़ाई को देखा है, भीषण अकाल और अन्न संकटों को देखा है। अब इस बार की ये AGM एक ऐसे समय में हो रही है, जब हमारा देश बहुत सु चुनौतियों का सामना कर रहा है।

देश में कोरोना के अलावा अन्य तरह के संकट भी निरंतर खड़े हो रहे

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस से पूरी दुनिया लड़ रही है, भारत भी लड़ रहा है लेकिन अन्य तरह के संकट भी निरंतर खड़े हो रहे हैं। कहीं बाढ़ की चुनौती, कहीं लॉकस्ट, ‘पोंगोपाल’ का कहर, कहीं ओलावृष्टि, कहीं असम तेल फील्ड में आग, कहीं छोटे-छोटे भूकंप। उन्होंने कहा कि “कभी-कभी समय भी हमें परखता है, हमारी परीक्षा लेता है। कई बार अनेक कठिनाइयां, अनेक कसौटियां एक साथ आती हैं। लेकिन हमने ये भी अनुभव किया है कि इस तरह की कसौटी में हमारा कृतित्व, उज्ज्वल भविष्य की गारंटी भी लेकर आता है।”

इच्छाशक्ति ही हमारा आगे का मार्ग करती है तय

प्रधानमंत्री ने कहा कि ” ऐसा कहा जाता है- मन के हारे हार, मन के जीते जीत, यानि हमारी संकल्पशक्ति, हमारी इच्छाशक्ति ही हमारा आगे का मार्ग तय करती है। जो पहले ही हार मान लेता है उसके सामने नए अवसर कम ही आते हैं।”

उन्होंने कहा कि “ये हमारी एकजुटता, ये एक साथ मिलकर बड़ी से बड़ी आपदा का सामना करना, ये हमारी संकल्पशक्ति, ये हमारी इच्छाशक्ति, हमारी बहुत बड़ी ताकत है, एक राष्ट्र के रूप में हमारी बहुत बड़ी ताकत है। मुसीबत की दवाई मजबूती है।

कोरोना संकट को अवसर में परिवर्तित करना है और देश का बहुत बड़ा टर्निंग पॉइंट भी बनाना है

उन्होंने कहा कि यही भावना मैं आज आपके चेहरे पर देख सकता हूं, करोड़ों देशवासियों के प्रयासों में देख सकता हूं। उन्होंने कहा कि कोरोना का संकट पूरी दुनिया में बना हुआ है। पूरी दुनिया इससे लड़ रही है। कॉरोना वॉरियर्स के साथ हमारा देश इससे लड़ रहा है। लेकिन इन सबके बीच हर देशवासी अब इस संकल्प से भी भरा हुआ है कि इस आपदा को अवसर में परिवर्तित करना है, इसे हमें देश का बहुत बड़ा टर्निंग पॉइंट भी बनाना है।

नीति और रीति में भारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा

पीएम मोदी ने कहा कि ये टर्निंग पॉइंट आत्म निर्भर भारत है। आत्मनिर्भरता का ये भाव बरसों से हर भारतीय ने एक एस्पिरशन की तरह जिया है। लेकिन फिर भी एक बड़ा काश, एक बड़ा काश, हर भारतीय के मन में रहा है, मस्तिष्क में रहा है। उन्होंने कहा कि एक बहुत बड़ी वजह रही है कि बीते 5-6 वर्षों में, देश की नीति और रीति में भारत की आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सर्वोपरि रहा है। अब कोरोना क्राइसिस ने हमें इसकी गति और तेज करने का सबक दिया है।

सबक से निकला है- आत्मनिर्भर भारत अभियान

इसी सबक से निकला है- आत्मनिर्भर भारत अभियान। पीएम मोदी ने कहा कि हर वो चीज, जिसे इम्पोर्ट करने के लिए देश मजबूर हैं, वो भारत में ही कैसे बने, भविष्य में उन्हीं प्रोडक्ट्स का भारत एक्सपोर्टर कैसे बने, इस दिशा में हमें और तेजी से काम करना है। उन्होंने कहा कि हम इन छोटे-छोटे व्यापार करने वाले लोगों से केवल चीज ही नहीं खरीदते, पैसे ही नहीं देते, उनके परिश्रम को पुरुस्कृत करते हैं, मान-सम्मान बढ़ाते हैं।

हाल में हुए निर्णय ने एग्रीकल्चर इकोनॉमी को बरसों की गुलामी से मुक्त कर दिया

हमें इस बात का अंदाजा भी नहीं होता कि इससे उनके दिल पर कितना प्रभाव पड़ता है, वो कितना गर्व महसूस करते हैं। मोदी ने कहा कि किसानों और रूरल इकॉनमी के लिए जो निर्णय हाल में हुए हैं, उन्होंने एग्रीकल्चर इकोनॉमी को बरसों की गुलामी से मुक्त कर दिया है। अब भारत के किसानों को अपने प्रोडक्ट, अपनी उपज देश में कहीं पर भी बेचने की आज़ादी मिल गई है।

लोकल प्रोडक्ट्स के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड अप्रोच को अब बढ़ावा दिया जा रहा वह सबके लिए बड़ा अवसर

लोकल प्रोडक्ट्स के लिए जिस क्लस्टर बेस्ड अप्रोच को अब भारत में बढ़ावा दिया जा रहा है, उसमें भी सभी के लिए अवसर ही अवसर है। जिन जिलों, जिन ब्लॉक्स में जो पैदा होता है, वहीं आसपास इनसे जुड़े क्लस्टर विकसित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि “इसके साथ ही बम्बू और आर्गेनिक प्रोडक्ट्स के लिए भी क्लस्टर्स बनेंगे। सिक्किम की तरह पूरा नॉर्थ ईस्ट, ऑर्गैनिक खेती के लिए बहुत बड़ा हब बन सकता है। ऑर्गैनिक कैपिटल बन सकता है।आप सभी नॉर्थ ईस्ट, पूर्वी भारत में इतने दशकों से काम कर रहे हैं।

मैन्युफैक्चरिंग में बंगाल की ऐतिहासिक श्रेष्ठता को हमें पुनर्जीवित करना होगा

सरकार ने जो तमाम कदम उठाए हैं, इनका बहुत बड़ा लाभ ईस्ट और नार्थ ईस्ट के लोगों को होगा। पीएम मोदी ने कहा कि “मैं समझता हूं कि कोलकाता भी खुद फिर से एक बहुत बड़ा लीडर बन सकता है।” मैन्युफैक्चरिंग में बंगाल की ऐतिहासिक श्रेष्ठता को हमें पुनर्जीवित करना होगा। हम हमेशा सुनते आए हैं “What Bengal thinks today, India Thinks Tomorrow” । हमें इससे प्रेरणा लेते हुए हमें आगे बढ़ना होगा।”

People, Planet and Profit एक दूसरे से Interlinked हैं

उन्होंने कहा कि “People, Planet and Profit एक दूसरे से इंटरलिंकेड हैं। ये तीनों एक साथ फ्लॉरिश कर सकते हैं, को-एक्सिस्ट कर सकते हैं। मैं आपको कुछ उदाहरण देकर समझाता हूं। जैसे LED बल्ब। 5-6 वर्ष पहले एक LED बल्ब साढ़े तीन सौ रुपए से भी ज्यादा में मिलता था। आज प्रतिवर्ष देशवासियों के करीब-करीब 19 हजार करोड़ रुपए बिजली के बिल में, LED की वजह से बच रहे हैं। ये बचत गरीब को हुई है, ये बचत देश के मध्यम वर्ग को हुई है।”

एक और अभियान – देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का

उन्होंने कहा कि “भारत में एक और अभियान अभी चल रहा है- देश को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करने का। इसमें People, Planet और Profit तीनों ही विषय परिचित होते हैं। विशेषकर पश्चिम बंगाल के लिए तो ये बहुत ही फायदेमंद है।

इससे आपके यहां जूट का कारोबार बढ़ने की संभावना बढ़ती है। People Centric, People Driven और Planet Friendly Development की अप्रोच अब देश में गवर्नेंस का हिस्सा बन गई है। जो हमारे Technological Interventions हैं, वो भी People, Planet और Profit के विचार के अनुकूल ही है।”

बैंकिंग सर्विस का दायरा Have nots की श्रेणी तक पहुंच

मोदी ने कहा कि ” अब देश में बैंकिंग सर्विस का दायरा उन लोगों तक भी पहुंच पाया है, जिनको लंबे समय तक Have nots की श्रेणी में रखा गया था। DBT, JAM यानि जनधन आधार मोबाइल के माध्यम से बिना लीकेज करोड़ों Beneficiaries तक जरूरी सहायता पहुंचाना संभव हुआ है।” उन्होंने कहा कि “आप ये जानते ही हैं कि GeM प्लेटफॉर्म पर छोटे-छोटे सेल्फ हेल्प ग्रुप, MSMEs, सीधे भारत सरकार को अपने गुड्स और अपनी सर्विसेज उपलब्ध करा सकते हैं।

देश में ही सोलर पैनल की मैन्युफेक्चरिंग, पावर स्टोरेज बढाने के लिए बेहतर बैटरीज के R&D और मैन्युफैक्चरिंग में निवेश करें। जो इस काम में जुटे हैं, ऐसे संस्थानों की, MSMEs की हैंडहोल्डिंग करें।”

यह समय खुद को आज़माने का है और नई बुलंदियों की ओर जाने का है

पीएम मोदी ने कहा कि “ये समय अवसर को पहचानने का है, खुद को आज़माने का है और नई बुलंदियों की ओर जाने का है। ये अगर सबसे बड़ा संकट है, तो हमें इससे सबसे बड़ी सीख लेते हुए, इसका पूरा लाभ भी उठाना चाहिए।”