Home ताज्या बातम्या अमरनाथ यात्रा को रोकने के फैसले को फारूक अब्दुल्ला ने बताया गलत

अमरनाथ यात्रा को रोकने के फैसले को फारूक अब्दुल्ला ने बताया गलत

जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. यह यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई और 15 अगस्त तक चलेगी. अमरनाथ यात्रा में हजारों की तादात में श्रद्धालु पहुंचते हैं. जिसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. केंद्रीय गृहमंत्रालय की निगरानी में यात्रा शुरू हुई. यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था 30 जून को कड़ी सुरक्षा के बीच रवाना हुआ था. रविवार को यात्रा के सातवें दिन 14,293 यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए. इसके साथ कुल दर्शनार्थियों का आंकड़ा 95 हजार 923 तक पहुंच गया है.

धर्म पर कोई हमला करने वाला नहीं है: फारूक अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला ने अमरनाथ यात्रा के रोके जाने पर बयान देते हुए इस फैसले को गलत ठहराया है. फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ” कश्मीर टूरिज्म को भी इससे परेशानी होगी, क्या जरूरत है बंद करने की? पहले भी वो आराम से चलते थे आज भी वो आराम से ही चलते हैं. इससे गतिरोध पैदा होता है. अब इन्होंने 2 घंटे का बंद किया है. वो 2 घंटे भी नहीं रखना चाहिए. ये धर्म का मामला है और धर्म पर कोई हमला करने वाला नहीं है.”

एहतियात के तौर सोमवार को रोकी गई यात्रा

अधिकारियों के मुताबिक, घाटी में कानून-व्यवस्था के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए अमरनाथ यात्रियों को सोमवार को यात्रा पर नहीं जाने दिया गया.

न्‍यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ”आज दिन के लिए जम्मू से अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है. यात्रा मंगलवार को बहाल होगी.”

अमरनाथ यात्रा एक दिन के लिए स्‍थगित

हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की तीसरी बरसी पर कश्मीर घाटी में अलगाववादियों ने हड़ताल का आह्वान किया है. इस वजह से अमरनाथ यात्रा एहतियात के तौर पर सोमवार को निलंबित कर दी गई है.

दक्षिण कश्मीर की 3880 ऊंची इस पवित्र गुफा के लिए यह सालाना तीर्थयात्रा मंगलवार को बहाल होगी.

घाटी में आतंकवाद का ‘पोस्टर बॉय’ बुरहान वानी 8 जुलाई, 2016 को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था.

आज एक लाख के पार हो जाएगा दर्शन करने वालों का आंकड़ा

अमरनाथ की पवित्र गुफा में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा सोमवार को एक लाख के पार हो जाएगा. रविवार को यात्रा के सातवें दिन 14,293 यात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए. इसके साथ कुल दर्शनार्थियों का आंकड़ा 95 हजार 923 तक पहुंच गया है. वहीं जम्मू स्थित भगवती नगर बेस कैंप से रविवार की सुबह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 213 छोटे बड़े वाहनों में 4773 श्रद्धालुओं के जत्थे पहलगाम और बालटाल की ओर रवाना किए गए . इसमें 3441 पुरुष, 1070 महिलाएं, 24 बच्चे और 238 साधु शामिल थे.

रविवार को 14,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने अमरनाथ गुफा मंदिर में पूजा की

अमरनाथ यात्रा के दौरान रविवार को 14 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने गुफा मंदिर में पूजा-अर्चना की. एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी है. अधिकारी ने बताया कि अमरनाथ यात्रा के सातवें दिन 14,293 श्रद्धालुओं ने पूजा की. उन्होंने कहा कि अबतक 95,923 यात्री पवित्र गुफा में शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं.

जम्मू में गुजरात के अमरनाथ तीर्थयात्री की मौत

दक्षिण कश्मीर में 3,880 मीटर ऊंची पवित्र गुफा में हिम शिवलिंग के दर्शन करने के एक दिन बाद रविवार को जम्मू के एक अस्पताल में गुजरात के 42 वर्षीय तीर्थयात्री की मौत हो गयी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कृष्णा नगर में गुरू रविदास मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए आश्रय केंद्र में कश्मीर से वापस आने के बाद अंकित कुमार बीमार हो गया और उसे सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने बताया कि उसकी हालत बिगड़ती गई और रविवार को दोपहर चार बजे उसकी मौत हो गयी.

आईटीबीपी जवानों ने सांस लेने में तकलीफ झेल रहे लोगों की मदद

अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रियों की सुरक्षा में तैनात आईटीबीपी के जवान तीर्थ यात्रियों की पूरी मदद कर रहे हैं. जवानों ने 25 से ज्यादा लोगों को सांस लेने में हो रही तकलीफ से निजात दिलाने के लिए ऑक्सीजन मास्क से सांस लेने में मदद दी.

अमरनाथ के लिए रवाना हुए 5,522 श्रद्धालु

जम्मू से 5,522 तीर्थयात्रियों का एक जत्था गुरुवार को अमरनाथ गुफा के लिए रवाना हो चुका है. पिछले तीन दिनों में करीब 33,694 यात्री बाबा बर्फानी के दर्शन कर चुके हैं. पुलिस ने बताया कि सुरक्षा के साथ दो काफिले घाटी के लिए रवाना हुए हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 2,520 यात्री बालटाल बेस कैंप के लिए जबकि 3,002 यात्री पहलगाम के बेस कैंप के लिए रवाना हुए हैं.

25 से ज्यादा यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत

अमरनाथ यात्रा के दौरान कई यात्रियों को ऊंचाई की वजह से सांस लेने में दिक्कत हो रही है. बताया जा रहा है कि 25 से ज्यादा लोगों को ऐसी परेशानी झेलनी पड़ी है. ऐसे लोगों को आईटीबीपी के जवान ऑक्सीजन दे रहे हैं. 12 हजार फीट पर ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है.

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए निकला चौथा जत्था

तीसरे दिन बुधवार, 3 जुलाई को बाबा बर्फानी के लिए 4,694 श्रद्धालुओं का चौथा जत्था निकला.

दूसरे दिन 11000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन

अमरनाथ यात्रा के दूसरे दिन, 11,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए. श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘अमरनाथ यात्रा के दूसरे दिन, 11,456 यात्रियों ने गुफा के दर्शन किए. अब तक 19,859 श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं.’

श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जगह-जगह तैनात आईटीबीपी जवान

महबूबा मुफ्ती ने किया दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं का स्वागत

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत किया है. मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा, ‘अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं का स्वागत करती हूं और उनके सफल तीर्थ की कामना करती हूं. कश्मीरियों ने हमेशा खुले दिल से श्रद्धालुओं का स्वागत किया है.’

मंगलवार को 6000 श्रद्धालु रवाना

मंगलवार को कड़ी सुरक्षा के बीच करीब 6000 श्रद्धालु जम्मू से अमरनाथ के लिए रवाना हुए. इससे पहले, सोमवार को वार्षिक तीर्थयात्रा के पहले दिन 8,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा मंदिर में बाबा बर्फानी की पूजा-अर्चना की. मंगलवार के पूर्वानुमान के मुताबिक सड़कों पर मौसम आमतौर पर शुष्क रहने की संभावना है और गुफा के आसपास का तापमान करीब 5 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.

श्रद्धालुओं के पहले जत्थे ने आज किए बाबा बर्फानी के दर्शन

बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए जाते श्रद्धालु

46 दिनों तक चलेगी इस बार की अमरनाथ यात्रा

सुरक्षा के लिए तैनात आईटीबीपी

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और मदद के लिए तैनात आईटीबीपी जवान

श्रद्धालुओं का पहला जत्था दर्शन के लिए निकल चुका है. सुचारू संचालन में मदद करते आईटीबीपी जवान.

J&K के राज्यपाल ने की यात्रियों के लिए इंतजामों की समीक्षा

अमरनाथ: जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने आज प्रथम पूजा कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इसके साथ ही मलिक ने यात्रा कैंप में श्रद्धालुओं के लिए किए गए इंतजामों की समीक्षा भी की.

अमरनाथ यात्रा के लिए दूसरा जत्था भी रवाना

अमरनाथ यात्रा के लिए दूसरा जत्था भी रवाना हो चुका है. यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. श्रद्धालुओं का पहला जत्था बाबा बर्फानी के दर्शन करने रवाना हो चुका है. दूसरे जत्थे को कड़ी सुरक्षा के बीच सड़कों से गुजारा जा रहा है.

गुफा की तरफ निकल पड़े श्रद्धालु

अमरनाथ यात्रा की आज से शुरुआत हो चुकी है. कुल 1617 श्रद्धालुओं ने बालताल की तरफ से गुफा की तरफ चढ़ाई शुरू कर दी है. इसमें कुल 1174 पुरुष, 379 महिलाएं, 15 बच्चे और 15 साधु मौजूद हैं. वहीं 2800 श्रद्धालुओं ने पहलगाम से अपनी यात्रा की शुरुआत की है.

श्रीनगर से करीब 145 किमी दूर

श्रीनगर से करीब 145 किलोमीटर की दूरी पर अमरनाथ गुफा हिमालय पर्वत श्रेणियों में स्थित है. समुद्र तल से 3,978 मीटर की ऊंचाई पर बना यह गुफा 160 फुट लंबी,100 फुट चौड़ी और काफी ऊंची है. अमरनाथ गुफा हिंदुओं के प्रमुख तीर्थस्‍थलों में से एक है. प्राचीनकाल में इसे ‘अमरेश्वर’ कहा जाता था. यहां का प्रमुख आकर्षण प्रकृति द्वारा तैयार लगभग 10 फीट ऊंचा हिम लिंग है. जो चंद्रमा के घटने-बढ़ने के साथ घटता-बढ़ता रहा है.

भगवान भोलेनाथ की होती है पूजा

अमरनाथ में भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग रूप की पूजा-अर्चना की जाती है. यहां हर साल बर्फ का शिवलिंग अपने आप बन जाता है. इसलिए इसे बाबा बर्फानी कहते हैं