स्टाफ की ड्यूटी का टाइम खत्म हो गया तो वे गेट पर ताला बंद कर निकल गए.
मुजफ्फरपुर: उत्तर प्रदेश के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां के एक CHC में एक बेहोश महिला मरीज भीतर पड़ी रही, जबकि स्टाफ की ड्यूटी का टाइम खत्म हो गया तो वे गेट पर ताला बंद कर निकल गए. मामले में चार अधिकारियों और ग्रुप डी स्टाफ को सस्पेंड किया गया है.
PTI रिपोर्ट के अनुसार, 30 साल की सोनिया को पुरकाजी ब्लॉक के फलोदा गांव में बने सेंटर पर लाया गया था. वह मरीजों के कमरे में बेहोश पड़ी थी, जब डॉक्टर समेत सेंटर का स्टाफ ड्यूटी के घंटे पूरे होने पर बाहर चला गया. कुछ देर बाद जब सोनिया को होश आया तो उसने खुद को सेंटर के भीतर बंद पाया. उसने मदद के लिए चिल्लाना शुरू किया तो लोग जुटे.
अधिकारियों को खबर की गई तो हंगामा मच गया. आनन-फानन में ताला खोलकर सोनिया को बाहर निकाला गया. चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ पीएस मिश्रा ने इस लापरवाही के लिए मेडिकल ऑफिसर डॉ मोहित कुमार, चीफ फार्मासिस्ट समेत चार को शिफ्ट किया गया है.
मिश्रा के मुताबिक, डिप्टी CMO डॉ बीके ओझा के नेतृत्व में जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं. टीम को तीन दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपी होगी. यह भी कहा गया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.