New Delhi: बेटी बचाओ बेटी पढाओ, यह स्लोगन आपने अधिकतर अपने आसपास गुजरते वाहनों और सार्वजनिक स्थलों पर लिखा देखा होगा। इस स्लोगन ने कई लोगों की बेटियों के प्रति मानसिकता बदली है। बदलाव की इस कड़ी की साक्षी हैं, गुजरात की लोक गायिका गीता राबरी। आज संसद में पीएम मोदी से मुलाकात करने के बाद गीता राबरी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत की। उन्होंने बताया कि वे मालधारी लोग हैं जो जंगल में रहते हैं। उनके पिता को पीएम की योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का एक पोस्ट कार्ड मिला जिसके बाद वह स्कूल जाने लगी थीं। उन्होंने बताया कि पीएम से वह बचपन में मिली थीं। एक स्कूल में गाने के दौरान पीएम मोदी ने उन्हें 250 रुपये दिए और प्रैक्टिस जारी रखने के लिए कहा।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत 2015 में पीएम मोदी ने हरियाणा के पानीपत से की थी।
गीता ने आगे एएनआई से बातचीत में बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को अपने चर्चित गीत ‘रोमा शेरमा’ सुनाया। इस गाने को अब तक यूट्यूब पर 25 करोड़ व्यूज मिल चुके हैं। उन्होंने बताया कि साल 2017 में उन्होंने यह गीत खुद मोदी जी के लिए लिखा था।
बता दें कि 31 दिसंबर 1996 को कच्छ के तप्पर में जन्म लेने वाली गीता राबरी ने कक्षा पांच से गाना शुरू कर दिया था। उन्होंने संगीत की कोई शिक्षा नहीं ली है।