New Delhi: 2016 में एक मराठी फिल्म आई थी जिसका नाम था सैराठ। यह कहानी थी आर्ची और परश्या के प्रेम की। आर्ची यानी अर्चना पाटिल, परश्या यानी प्रशांत काळे। गरीब लड़का, अमीर लड़की, लड़की के घरवाले विलेन, इन सबके बावजूद दोनों प्रेमी पूरी जिंदगी साथ रहने का फैसला करते हैं। अंत में दोनों अपने ही घरवालों की है’वा’नियत का शि’कार हो जाते हैं। यह तो सिर्फ एक फिल्मी घ’ट’ना थी लेकिन असल जिंदगी में भी हमें ऐसी घ’ट’नायें अपने आसपास देखने को मिल जाती हैं। ऐसी ही एक घ’ट’ना हुई है तमिलनाडु के थूथूकुडी जिले में। एक जोड़े को इंटरकास्ट मैरिज की स’जा भुगतनी पड़ी है। सोलाय़राजन और उसकी गर्भवती पत्नी जोथी की स्थानीय लोगों ने ह’त्या कर दी। ह’त्या के समय महिला तीन महीने की गर्भवती थी। उनका बच्चा इस दुनिया में आने से पहले ही चला गया। दोनों एक साल्ट पैन में काम करते थे। ह’त्या के आ’रोप में जोथी के पिता को गि’रफ्ता’र कर लिया गया है।
पुलिस के मुताबिक सोलायराजन पारयार समुदाय से था और उसे एक पल्लर समुदाय की लड़की जोथी से प्यार हो गया था। दोनों साल्ट पैन में काम करते थे। उन दोनों ने शादी करने का फैसला किया। जोथी के माता- पिचा ने इस शादी का वि’रोध किया तो उसने घर छोड़ दिया और अप्रैल में अपने प्रेमी से शादी कर ली। सोलायराजन के घरवालों को इस शादी से कोई आ’प’त्ति नहीं थी।
यह घ’ट’ना तब सामने आई जब गुरुवार सुबह दंपति को नहीं देखा गया और उनके घर का दरवाजा बंद रहा। सोलायराजन की मां मुथुमारी ने पड़ोसियों की मदद से ज’बरन दरवाजा खोला।
मुथुमरी की बहन करपगम ने कहा, “जब हमने दरवाजा खोला तो हम दोनों को खू’न से लथपथ देखकर चौंक गए।”
पुलिस का मानना है कि डबल म’र्डर को बुधवार तड़के लोगों के एक समूह ने अंजाम दिया और मौके से फ’रार हो गए। श’वों को श’व परीक्षण के लिए थुथुकुड़ी सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है।
करपगम ने यह भी आ’रो’प लगाया है कि जोथी के पिता ने सोलायराजन को धम’की दी थी। “उन्होंने शादी के बाद भी उन्हें धम’की देना बंद नहीं किया। हालांकि हम दलित हैं, वे शादी के वि’रो’ध में थे क्योंकि हम एक अलग उप संप्रदाय के थे। जोथी तीन महीने की गर्भवती थी और जिस तरह से उनकी बे’रहमी से ह’त्या की गई है, वह भ’यान’क है।”
सरकार को प्यार करने वालों के इन दुश्मनों के लिए भी कड़े कानून बनाने चाहिए।