New Delhi : पूरी दुनिया में करोड़ों शिवलिंग मौजूद हैं, सभी की अपनी मान्यता और महत्व है। कुछ शिवलिंग अपने इतिहास के कारण प्रसिद्ध हैं तो कुछ अपने से जुड़े चमत्कारों के कारण। भारत में ऐसे ही शिवलिंग हैं, जो बहुत खास माने जाते हैं। ये शिवलिंग इसलिए खास हैं क्योंकि हर साल इनकी लम्बाई अपने आप चमत्कारिक रूप से बढ़ती जा रही है। कैसे बढ़ रही है इन शिवलिंगों की लम्बाई यह विज्ञान के लिए भी रहस्य की बात हैभगवान शिव की नगरी काशी में कई शिव प्रसिद्ध शिव मंदिर है, इनमें एक है बाबा तिल भांडेश्वर। कहते हैं यह सतयुग में प्रकट हुआ स्वयंभू शिवलिंग है। कलयुग से पहले तक यह शिवलिंग हर दिन तिल आकार में बढ़ता था। लेकिन कलयुग के आगमन पर लोगों को यह चिंता सताने लगी कि यह इसी आकार में हर दिन बढ़ता रहा तो पूरी दुनिया इस शिवलिंग में समा जाएगी।
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भगवान शिव की आराधाना करने पर भगवान शिव ने प्रकट होकर साल में केवल संक्रांति पर ही इसके बढ़ने का वरदान दिया। कहते हैं उस समय से हर साल मकर संक्रांति पर इस शिवलिंग का आकार बढ़ता है।शिव ने प्रसन्न होकर दर्शन दिया और साथ ही यह वरदान भी दिया, ‘हर साल मकर संक्रांति में मैं एक तिल बढ़कर भक्तों का कल्याण करूंगा।’ इस मंदिर के साथ ये मान्यताएं भी जुड़ी है कि वर्षों पहले इसी स्थान पर विभांड ऋषि ने शिव को प्रसन्न करने के लिए तप किया था। इसी स्थान पर लिंग के रूप में बाबा ने उन्हें दर्शन दिया था। ये भी कहा जाता है कि शिव ने दर्शन के उपरांत विभांड ऋषि से कहा था कि कलियुग में ये रोज तिल के सामान बढ़ेगा और इसके दर्शन मात्र से मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।