Raksha Bandhan Latest and Trending mehndi design : रक्षाबंधन भाई-बहन का त्योहार ही नहीं बल्कि बहनों का सजने का दिन भी है। इस दिन बहनें सज-संवरकर भाइयों को राखी बांधने जाती हैं। बहनों के श्रृंगार में सबसे जरूरी चीज़ होती है मेहंदी। मेहंदी का शानदार डिजाइन आपको महफिल की शान बना सकता है। रक्षाबंधन से एक-दो दिन पहले हाथों में मेहंदी लगवाने का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। इसके लिए बहनें मेहंदी की क्वालिटी से लेकर मेहंदी डिजाइन्स तक सब कुछ लेटेस्ट और बेस्ट का पाने की कोशिश करती हैं।
simple mehndi design
मेहंदी को सजावट का अंग मानने के साथ ही इसे शुभ भी माना जाता है। आजकल लड़कियां राजस्थानी मेहंदी डिजाइन, अरेबिक मेहंदी डिजाइन समेत कई अन्य मॉडर्न मेहंदी डिजाइन पसंद कर रही हैं। हम यहां आपके लिए कुछ चुनिंदा मेहंदी डिजाइन लेकर आए हैं जिनसे आप हाथों को और ज्यादा आकर्षक बना सकती हैं। ये ऐसे मेहंदी डिजाइन हैं जिन्हें बनाने में आपको ज्यादा समय नहीं लगेगा। न ही ज्यादा मुश्किलें आएंगी।
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इस बार रक्षाबंधन 15 अगस्त (15 August) के दिन मनाई जा रही है और राखी बांधने का शुभ मुहूर्त कुल 09 घंटे 46 मिनट (जहां जानिए कब शुरू हो रहा है राखी बांधने का शुभी मुहूर्त)। तो आप यहां देखिए ये मेहंदी डिज़ाइन्स और हो जाइए रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) के लिए तैयार।
इन दिनों फ्लोरल मेहंदी का काफी ट्रेंड है। यह कम समय में लगने के साथ-साथ आपकी खूबसूरती को कई गुना बढ़ा भी देती है। इसमें आपका पूरा भर जाता है।
भाई और बहन के लिए ये सबसे बड़ा त्योहार है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं। ये त्योहार भाई-बहन के अटूट रिश्ते, प्यार, त्याग और समर्पण को दर्शाता है।
राखी बांधकर बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र और सुख की कामना करती हैं। वहीं, भाई उन्हें वादा देते हैं कि वो उनकी जिंदगीभर रक्षा करेंगे, इस वजह से इस पर्व को रक्षाबंधन नाम दिया गया है।
मेहंदी डिजाइन में फूल-पत्ती, पशु-पक्षी हाथों में बनाए जाते है। इससे आपका हाथ ज्यादा भरा होता है और न ही खाली।
मोटिफ मेहंदी डिजाइन आज भी महिलाओं के बीच काफी फेमस है।
ज्योतिषियों के अनुसार इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा नहीं है। इसलिए पूरा दिन राखी बांधने के लिए शुभ रहेगा। कई ऐसे संयोग बनेंगे, जिससे इस पर्व का महत्व और बढ़ जाएगा। चार दिन पहले 11 अगस्त को गुरु मार्गी होकर सीधी चाल चलेंगे। रक्षाबंधन पर लगभग 13 घंटे तक शुभ मुर्हूत रहेगा। जबकि दोपहर 1:43 से 4:20 तक राखी बांधने का विशेष फल मिलेगा।
ज्योतिषाचार्य आचार्य लवकुश शास्त्री के मुताबिक इस बार रक्षाबंधन भद्रा मुक्त रहेगी।
भद्रा के समय कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है। इसलिए भद्रा काल में राखी नहीं बांधी जाती। लेकिन, इस बार बहनें सूर्य अस्त होने तक किसी भी समय राखी बांध सकती हैं।
ये मेहंदी डिजाइन आप आसानी कम समय में बना सकती हैं।
इस बार सावन माह में 15 अगस्त के दिन चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र में स्वतंत्रता दिवस और रक्षाबंधन का संयोग एक साथ बन रहा है।
चंद्र प्रधान श्रवण नक्षत्र का संयोग बहुत ख़ास रहेगा। सुबह से ही सिद्धि योग बनेगा जिसके चलते पर्व की महत्ता और अधिक बढ़ेगी। इसी दिन योगी अरविंद जयंती, मदर टेरेसा जयंती और संस्कृत दिवस भी मनाया जाएगा।
राखी बांधने के लिए 12 घंटे 58 मिनट का समय मिलेगा। शुभ मुहूर्त दोपहर में साढ़े तीन घंटे रहेगा। इस बार 19 साल बाद रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस एक साथ मनाया जाएगा।