कागज के फार्म की जगह अब मोबाइल ऐप के जरिए पूरी होगी 2021 की जनगणना

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New Delhi: जनगणना से संबंधित जानकारी देने के लिए अब कागजों पर सही और गलत के निशान नहीं बनाने पड़ेंगे। आज की इस टेक्नोलॉजी की दुनिया में जहां सबकुछ एक स्क्रीन पर आकर टिक गई है। वहां भला जनगणना के नियम कैसे पीछे रह सकते हैं। डिजिटल इंडिया की नींव को आगे ले जाते हुए पेपर पर नहीं, मोबाइल ऐप के जरिए जनगणना की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। कागज के फार्म के बदले मोबाइल ऐप की सहायता से लोगों की जानकारी इकट्ठा की जाएगी।

इस कार्यक्रम के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। 2021 की जनगणना के लिए सवा अरब से अधिक नागरिकों की जानकारी का ब्यौरा खींचा जाएगा। अगले साल अप्रैल से जनगणना की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। इस ऐप के जरिए प्रत्येक नागरिक के संबंध में 60 से अधिक जानकारियां हासिल की जाएगी। इसके बाद ऐप से हासिल डेटाबेस से राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर में नाम दर्ज किया जाएगा। फिर दर्ज नाम के आधार पर नागरिकता कार्ड जारी किया जाएगा।

जनगणना के कार्य में शामिल शिक्षकों को ऐप का इस्तेमाल करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। हालांकि विकल्प के तौर पर कागज के फार्म भी उपलब्ध होंगे। सरकार को उम्मीद है कि ज्यादातर लोग मोबाइल ऐप का इस्तेमाल करेंगे। क्योंकि यह प्रक्रिया कागज के फार्म के मुकाबले आसान है। साथ ही डाटा इकट्ठा करने में समय भी कम लगेगा। जनगणना कार्य में 27 लाख कर्मियों को लगाया जाएगा। इन सारे कर्मचारियों को मोबाइल ऐप के जरिए जनगणना की प्रक्रिया पूरी करने के लिए गहन प्रशिक्षण की जरूरत है।

अब डाटा का विश्लेषण करना आसान होगा। ज्यादा किसी माथाचप्पी के जनगणना की प्रक्रिया में सहूलियत मिलेगी। कम समय में अच्छे परिणामों की उम्मीद इस योजना से की जा रही है। इसी साल के अगस्त में ऐप का फील्ड ट्रायल होगा। इस ट्रायल के जरिये ऐप की एक एक कमी को दूर किया जाएगा।

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