भारतीय-अमेरिकी सांसद रोहित खन्ना ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन को पत्र लिखकर अफगानिस्तान में मौजूद अल्पसंख्यक सिख और हिंदू परिवारों की सुरक्षा को लेकर चिंता जतायी है, जो लगातार एशियाई देश में आतंकवादी संगठनों द्वारा उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं।
विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और गृह सुरक्षा मामलों के कार्यकारी मंत्री चाड एफ. वोल्फ को लिखे पत्र में खन्ना ने युद्ध प्रभावित देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की और लिखा, ”अफगानिस्तान में करीब 200 हिंदू और सिख परिवार हैं।”
उन्होंने कहा, ”अमेरिका ने इस वित्त वर्ष में 18,000 शरणार्थियों के पुनर्वास का प्रस्ताव रखा था, जिसमें 5,000 वे लोग शामिल थे जो धर्म या अन्य सुरक्षा आधारों पर सताए हुए हैं। इसके अतिरिक्त, 7,500 लोगों को किसी भी स्थान पर अमेरिकी दूतावास द्वारा अमेरिकी शरणार्थी प्रवेश कार्यक्रम (यूएसआरएपी) के लिए भेजा जा सकता है।”
खन्ना ने कहा, ”अफगानिस्तान में सिख और हिंदूओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा के कारण उनके लिए संभावित खतरा बढ़ गया है। मैं काबुल में अमेरिकी दूतावास से अनुरोध करता हूं कि अफगानिस्तान में मौजूद सिख और हिंदूओं को यूएसआरएपी के अधीन आपात स्थति में शरण दें और विदेश तथा गृह सुरक्षा मंत्रालय उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आपत्ति के बिना इस प्रस्ताव को स्वीकार करें।’ यह पत्र 18 अप्रैल को लिख गया और इसमें काबुल में अमेरिकी दूतावास के प्रमुख जोसेफ विल्सन को भी संबोधित किया गया।