श्रावणी मेला क्षेत्र में मंगलवार को कांवरियों की संख्या में थोड़ी कमी दिखी। लेकिन उत्साह कहीं अधिक था। दिन-रात कांवरियों के सुल्तानगंज आने और पूजा-पाठ कर देवघर जाने का सिलसिला जारी रहा। करीब एक लाख 58 हजार कांवरिया उत्तरवाहिनी गंगा से जल उठाकर देवघर रवाना हुए।
रेलवे स्टेशन से गंगा घाट तक आकर्षक ढंग से सजे कांवर में घुंघरू की झंकार, सुगंधित धूप के बीच भोलेनाथ की भक्ति में श्रद्धालु लीन हैं। कड़ी धूप में भी छांव की परवाह किये बिना शिवभक्त कच्च कांवरिया पथ होकर बाबा नगरी की ओर जाते रहे। इससे कांवरिया पथ का माहौल भक्तिमय रहा। वहीं सीवान से आयी महिला कांवरिया ने कहा कि गंगा घाट पर स्नान करने एवं वस्त्र बदलने में परेशानी हुई। घाट पर फिसलन भी है। वहीं कैमूर से आये कांवरिया श्रीकांत ने बताया कि पक्की सड़क पर छर्री चुभने से चलने में परेशानी हो रही है। गंगा का जलस्तर अभी स्थिर है। रेल पुल के बाद कच्चा कांवरिया पथ के पास भारी वाहन चलने से खतरा की आशंका रहती है। वहीं सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए।
सुल्तानगंज स्थित कृष्णगढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार मंगलवार को देवघर रवाना होने वाले कांवरिया-
सामान्य बम : 155668
पुरुष : 105854
महिला : 49814
डाकबम : 2145
पुरुष : 2115
महिला : 30